ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा ।संकट मोचन स्वामी, तुम हो रनधीरा ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ पवन पुत्र अंजनी सूत, महिमा अति भारी ।दुःख दरिद्र मिटाओ, संकट सब हारी ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ बाल समय में…
Free Online SEO Tools for Website Ranking
ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा ।संकट मोचन स्वामी, तुम हो रनधीरा ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ पवन पुत्र अंजनी सूत, महिमा अति भारी ।दुःख दरिद्र मिटाओ, संकट सब हारी ॥॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ बाल समय में…
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली | माँ काली आरती तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती || तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी | दानव दल पर टूट पडो माँ, करके…
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे || || ॐ जय जगदीश हरे || मात पिता तुम मेरे, शरण गहूं मैं किसकी स्वामी शरण गहूं मैं किसकी…
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला । गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही…
जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा ॥ ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । रत्न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै ।नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥ ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी…
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ ॥ आरती कीजै हनुमान.. ॥ दे बीड़ा रघुनाथ पठाए। लंका जारि…
जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी | सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी ||जय जय जय शनि देव || श्याम अंग वक्र दृष्टि चतुर्भुजा धारी | नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ||जय जय जय शनि देव || क्रीट मुकुट शीश रजित…
ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरी ब्रह्मा शिवजी ॥ ॥ ॐ जय अम्बे गौरी ॥ मांग सिन्दूर विराजत, टीको मृगमद को । उज्जवल से दोउ नैना, चन्द्रवदन नीको ॥ ॥ ॐ जय अम्बे गौरी ॥…
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॐ जय शिव ओंकारा एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे स्वामी पञ्चानन राजे हंसासन गरूड़ासन हंसासन गरूड़ासन, वृषवाहन साजे ॐ जय शिव ओंकारा दो भुज चार चतुर्भुज, दसभुज ते सोहे…
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ उमा,रमा,ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता ॥ दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। जो कोई…